Home
Class 14
HINDI
गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में...

गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में सबसे उचित विकल्प चुनिए।
मनुष्य अपने विकास के लिए प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करके अपनी विविध आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण, संवर्धन एवं मितव्ययितापूर्वक उपयोग मानव की कुशलता, लंगन एवं समर्पण पर निर्भर है। प्रकृति के अमूल्य उपहारों, जैसे- वन, जल, खनिज आदि को अपने कल्याण के लिए संपूर्ण प्रयोग करना मानव-मात्र की इच्छा शक्ति व तर्क पर निर्भर है। मानव की प्रगति के सतत विकास का महत्व गांधीजी ने बहुत पहले ही पहचान लिया था। इसलिए सतत विकास हेतु मानव की आत्मनिर्भरता को ध्यान में रखकर संसाधनों के संरक्षण पर जोर दिया। विकास का ध्येय जीवन के आर्थिक ही नहीं वरन् ‘सामाजिक, आर्थिक, नैतिक और आध्यात्मिक स्तर को ऊँचा उठाना होना चाहिए। प्रकृति से संस्कृति की ओर बढ़ने की आकांक्षा हमेशा होनी चाहिए। जहाँ इस आकांक्षा की पूर्ति होगी उसे इतिहास में स्वर्ण युग का नाम देना उचित होगा न कि साहित्य और कला की तरक्की का। इस दृष्टि से अभी तक भारत का स्वर्ण युग दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता।
भारत स्वर्णे युग दूर-दूर तक इसलिए दिखाई नहीं देता, क्योंकि

A

भारत में सोना कम हो गया है

B

प्रकृति से संस्कृति की ओर बढ़ने की आकांक्षा पूरी नहीं हो रही है

C

प्रकृति के संसाधनों का संरक्षण नहीं हो रहा है

D

लोगों का आर्थिक स्तर नहीं बढ़ा है।

Text Solution

Verified by Experts

भारत का स्वर्ण युग तभी दिखाई देगा, जब प्रकृति की संस्कृति की ओर बढ़ने की अकांक्षा पूरी हो जाएगा
Doubtnut Promotions Banner Mobile Dark
|

Topper's Solved these Questions

  • शिक्षण सहायक सामग्री

    BHARDWAJ ACADEMY|Exercise अभ्यास प्रश्न (विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्न )|19 Videos
  • सितम्बर 2014 पेपर ।

    BHARDWAJ ACADEMY|Exercise वस्तुनिष्ठ प्रश्न |30 Videos